
बिलासपुर में रात में बढ़ी ठिठुरन; कड़ाके की ठंड से बचने अलाव का सहारा
बिलासपुर में औसत से तीन डिग्री कम हुआ तापमान।
बिलासपुर में ठंड ने तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। ठंड की वजह से एक अधेड़ की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वह रेलवे स्टेशन के पास खुले आसमान के नीचे सो रहा था। रेलवे स्टेशन के आसपास भीख मांगकर गुजारा करता था।
वहीं रात में कड़ाके की ठंड पड़ने से ठिठुरन बढ़ गई है। सुबह होते ही ठंड से दांत और हाथ कांपने लगे हैं। न्यूनतम तापमान 13.6 डिग्री पर आ गया है, जो औसत से 3.1 डिग्री सेल्सियस कम है। ठंड से बचने के लिए चौक-चौराहों पर लोग अलाव का सहारा लेने लगे हैं।
ठंड की वजह से रेलवे स्टेशन में एक भिखारी की मौत हो गई।
गर्म कपड़ों के साथ ही धूप सेंकते दिखे
बिलासपुर में शुक्रवार को ज्यादा ठंड महसूस हुई, जिसके कारण लोग गर्म कपड़ों के साथ ही धूप सेंकते दिखे। दोपहर में धूप की किरणें तेज होने के बाद ठंड से राहत मिली, फिर जैसे-जैसे सूरज ढलने लगा, शाम को फिर से ठंड शुरू हो गई।
इस दौरान रेलवे स्टेशन सहित चौक-चौराहों पर ठंड से बचने के लिए लोगों को अलाव जलाना पड़ा। आग तापते लोगों को ठंड से राहत महसूस हुई।
वातावरण में नमी, उत्तरी हवाओं से बढ़ी ठंड
मौसम वेधशाला के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एचपी चंद्रा ने बताया कि उत्तर से आने वाली ठंडी और शुष्क हवाएं आ रही हैं, जिसके कारण वातावरण के मध्य स्तर में नमी का आगमन शुरू हो गया है। हालांकि, इसके कारण न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है।
बिलासपुर समेत प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। 26 नवंबर से दक्षिण छत्तीसगढ़ यानी बस्तर में न्यूनतम तापमान में वृद्धि का अनुमान है।
शहर में ठंड से पहली मौत
रात में ठंड की वजह से एक अधेड़ की मौत हो गई। वह रेलवे स्टेशन के आसपास भीख मांगकर गुजारा करता था, जिसके बाद रात में रेलवे स्टेशन के सामने फुटपाथ पर सोता था। बताया जा रहा है कि गुरुवार की रात वह प्लेटफार्म पर सो रहा था, जिसके बाद सुबह हुई तो वह नहीं उठा।
लोगों को लगा कि तबीयत खराब होने की वजह से वह देर रात सो रहा है। फिर दोपहर में पता चला कि ठंड से अकड़कर उसकी मौत हो गई है। लोगों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद उसके शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
पुलिस को आशंका है कि ठंड से अकड़ कर उसकी मौत हुई होगी। हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उसके मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
15 साल पहले पड़ी थी कड़ाके की ठंड
बता दें कि, 15 साल पहले कड़ाके की ठंड महसूस हुई थी। 30 नवंबर 2009 को न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। उसके बाद अब तक ऐसी सर्दी नहीं पड़ी। हालांकि इस साल परिस्थितियां बदली हुई हैं, एक सप्ताह से तापमान में लगातार गिरावट जैसी स्थिति बनी हुई है।
एक सप्ताह में न्यूनतम तापमान 22- नवंबर- 13.6- तापमान 21- नवंबर- 14.6- तापमान 20- नवंबर- 14.4 – तापमान 19- नवंबर- 15.6 – तापमान 18- नवंबर- 15.4 – तापमान 17- नवंबर- 16.0 – तापमान 16- नवंबर- 15.9 – तापमान
सेहत का रखें विशेष ध्यान
ठंड बढ़ने के साथ अस्पताल के ओपीडी में इन दिनों मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है। खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों की सेहत का खास ख्याल रखना होगा। चिकित्सकों का कहना है कि, डाइट में ताजे फल और सब्जियों को शामिल करें।
इनसे इम्यूनिटी मजबूत होती है। नाश्ते में ताजे फल और सब्जियों का रस पिएं। गर्म भोजन करें। गर्म सूप, दूध और गर्म तासीर वाले भोजन करें। दिन में सात से आठ ग्लास पानी पिएं। हल्के गर्म कपड़े पहनें।